शुभ होता है स्वस्तिक का चिन्ह पर इन बातो पर भी ध्यान देना चाहिए
हमारे हिन्दू धर्म में स्वस्तिक बनाने की परंपरा बरसों से चली आ रही है। पूजा पाठ हो या कोई भी धार्मिक उत्सव सब की शुरुवात स्वस्तिक बना कर करते है। स्वस्तिक का इस्तेमाल घर में मुख्य द्वार , तिजोरी , पर किया जाता है। स्वस्तिक चिन्ह को भगवान गणेश का रूप मानते है। इस चिन्ह को घर पर लगाने से घर में खुशहाली आती है और भगवान का आर्शीवाद मिलता है।क्या है स्वस्तिक बनाने का सही तरीका --- सबसे पहले प्लस का चिन्ह बनाते है फिर उसकी चारो भुजाओं में समकोण बनाने वाली एक रेखा दाहिनी और खींचने से स्वस्तिक का चिन्ह बनता है। रेखा खींचने का कार्य ऊपरी भुजा से शुरू करना चाहिए। फिर चारों खानो में एक एक बिंदु लगानी चाहिए। स्वस्तिक हमेशा सीधा ही बनाना चाहिए।
स्वस्तिक को कभी भी उलटी दिशा में नहीं बनाना चाहिए क्योकि इसका हानिकारक प्रभाव हमारे और हमारे परिवार के जीवन पर पड़ता है। हमारे घर में कलह का वातावरण बन जाता है। उल्टा स्वस्तिक बनाने से ऊर्जा का प्रवाह उलटी दिशा में होने लगता है। स्वस्तिक एक शक्ति यंत्र के रूप में कार्य करता है। हमारे शास्त्रों में इसे चारो युग जैसे सतयुग ,त्रेतायुग, द्वापरयुग , कलयुग बताया गया है। इस शक्ति पुंज का हर एक हिस्सा एक युग को प्रतिनिध करता है। आमतौर पर स्वस्तिक को लाल रंग से बनाया जाता है परन्तु वास्तु शास्त्र में इसे बनाने के लिए अलग अलग रंग बताये गए है जो हमारी अलग अलग समस्या के समाधान के लिए होते है। स्वस्तिक बनने के लिए अलग अलग रंग का प्रयोग
ज्यादातर स्वस्तिक हल्दी से बनाये जाते है। ईशान कोण या उत्तर दिशा में यदि पीले रंग से स्वस्तिक बनाए तो ये घर में सुख शांति बनाने में लाभकारी होता है।
मांगलिक कार्यो में लाल रंग से स्वस्तिक बनाना शुभ रहता है इसे बनाने के लिए सिंदूर , कुमकुम , केसर का इस्तेमाल किया जा सकता है।
काले रंग या कोयले से बना स्वस्तिक आप के बुरे समय और नजर दोष को कम करता है। ये बेहद अचूक उपाय है। यदि हम अपने घर के मुख्य द्वार पर कोयले से स्वस्तिक बनाते है तो घर में नज़र दोष ख़तम होता है।
यदि किसी व्यक्ति को नींद नहीं आती है या बुरे बुरे सपने आते है तो वह सोते समय अपनी तर्जनी उगली से लाल रंग से स्वस्तिक बना ले। ऐसा करने से बुरे सपने नहीं आएंगे और चैन की नींद आयेगी।
स्वस्तिक का चिन्ह बनाने के लिए साफ शुद्ध और पवित्र स्थान पर करना चाहिए गलत जगह स्वस्तिक का चिन्ह बनाने से बुद्धि का नाश होता है।
लोग जब अपने नए घर में जाते है तो पुरे घर में स्वस्तिक का चिन्ह बनवा लेते है साथ ही घर के बाथरूम में भी स्वस्तिक का चिन्ह बनवा लेते है ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे जीवन पर दोष लगता है।
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