Tuesday, February 25, 2020

खतरनाक है मोबाइल रेडिएशन आइये जाने कैसे बचे मोबाइल रेडिएशन से

खतरनाक है मोबाइल रेडिएशन आइये जाने कैसे बचे मोबाइल रेडिएशन से 


Image result for MOBILE RADIATION
आज के युग में मोबइल  तो हर किसी के पास है और हम मोबाइल के बिना रह भी नहीं सकते।  पर क्या आप को पता है की मोबाइल रेडिएशन हमारे लिए कितना घातक हो गया है।  यदि आप भी मोबाइल रेडिएशन से बचाना चाहते है तो इन पॉइंट्स पर ध्यान दे।
*  यदि आप अपने बच्चों  को मोबाइल दे रहे है तो उन्हें मोबाइल हाथ में रखने के लिए कहे बात करने के लिए हैंडफ्री का इस्तेमाल करे यदि मोबाइल को हम कान पर लगते है  तो मोबाइल से निकलने वाला रेडिएशन सीधा हमे सिर  पर अटैक करेगा जिसका हानिकारक प्रभाव हम पर पड़ेगा।
*  कुछ लोग खास मोबाइल अपनी ऊपर के पॉकेट में रखते है और महिलाये मोबाइल को अपने ब्लाउज में रखती है ऐसा नहीं करना चाहिए क्योकि  ऊपर की जेब में या ब्लाउज में मोबाइल रखने से हमारे दिल  को खतरा होता है दिल की कार्यक्षमता पर प्रभाव पड़ता है।  महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर तक हो सकता है।
* मर्दो  का अपनी आगे की जेब या पीछे के जेब में  मोबाइल को रखना घातक सिद्ध हो सकता है।  इससे उनको पीठ में दर्द , सेटिका का दर्द  , नपुंसकता आदि समस्या हो सकती है।
* जब भी आप फ़ोन को सुनने के लिए उठाते है तो फ़ोन को कान से थोड़ा दूर कर के सुने इससे फ़ोन से निकलने वाला रेडिएशन कम हो जायेगा। यदि आप हैंडसेट या हैंडफ्री का इस्तेमाल करते हो तो बहुत अच्छा है इससे रेडिएशन का असर कम होगा।
Image result for MOBILE RADIATION
*  रात में सोते समय मोबइल  को अपने से दूर रख कर सोना चाहिए।  मोबाइल को तकिये के पास या अपने सर के ऊपर रख कर कभी नहीं सोना चाहिए कोशिश करनी चाहिए की रात को हम मोबाइल स्विच ऑफ़ कर के सोयें  पर यदि आप को रात में मोबइल  से मैसेज देखने  जरुरी है तो मोबाइल को अपने से दूर करके सोये।
* वाहन  चलते समय कभी भी आप ब्लू टूथ , एअर फ़ोन का इस्तेमाल न करे ये बड़ा ही हानिकारक होता है साथ ही वाहन  चलते हुए मोबाइल पर बात करने से मोबाइल लगातार अपने टावर का पीछा करता है ,जिसके कारण  मोबाइल से अधिक रेडिएशन निकलता है।
*  बैटरी लो होने पर फ़ोन पर बात न करे क्योकि  इस समय फ़ोन में अधिक रेडिएशन निकलता है।
*  फ़ोन पर बात करते समय एक जगह न खड़े हो बल्कि इधर उधर घूमते रहे इससे भी रेडिएशन का प्रभाव कम  होता है।

No comments:

Post a Comment

Blog Archive