ध्यान दे ,आप के घर सीढ़िया कही आप की प्रगति में रोड़ा तो नहीं बन रही है।
घर के सीढ़िया में यदि वास्तु दोष है तो ये आप के जीवन में परेशानियाँ खड़ी कर देगी। सीढ़ियों के लिए क्या क्या वास्तु नियम है और आप को क्या क्या करना है आइये जाने।
सीढ़ियों के नीचे कभी भी जूता घर , कबाड़ रखने की जगह न बनाये। न ही इस जगह पूजा घर या बाथरूम बनाये।
घर में सीढ़ी के लिए पूर्व या दक्षिण दिशा शुभ होती है इसलिए सीढ़ी निर्माण के लिए ये दिशा चुने।
घर की सीढ़ी कभी भी टूटी फूटी न हो यदि कही से टूट फूट गयी है तो तुरंत सही करा ले। सीढ़ी यदि टूटी फूटी हो तो परिवार के जीवन में बहुत परेशानियाँ आती है।
यदि सीढ़ी घुमावदार बना रहे हो तो सीढ़ी का घुमाव हमेशा पूर्व से दक्षिण दक्षिण से पश्चिम पश्चिम से उत्तर और उत्तर से पूर्व की और होना चाहिए।
सीढ़ी का मोड़ हमेशा दायी और मुड़ना चाहिए।
यदि गलत दिशा में सीढ़ी बन ही गयी है तो सीढ़ी के सामने एक बड़ा सा शीशा लगा दे इससे जो वास्तु दोष है वो बिना सीढ़ी तोड़े ख़त्म हो जायेगा।
सीढ़ी यदि पूर्व से पश्चिम की और जा रही है तो सीढ़ी की संख्या विषम रखे जैसे 5 ,7 ,9 आदि इससे मकान मालिक के जीवन में तरक्की होती रहती है।
हमेशा सीढ़ी पर रोशनी होनी चाहिए अँधेरे वाली सीढ़ी में दोष लगता है इससे घर में हमेशा खर्चा होता रहता है।
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