इन दिनों लॉक डाउन के कारण लोगों का समय घर में रहने में बीत रहा है। लोगों की दिनचर्या पहले जैसी नहीं रही है सब कुछ अस्तव्यस्त सा हो गया है। लोग ने अपनी दिनचर्या को ज्यादा सोने ,ज्यादा खाने और घंटों टीवी और मोबइल में व्यस्त कर लिया है , जिसके कारण लोगों को कई स्वास्थ्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे मोटापा , मांसपेशियों का जाम होना , मधुमेह की समस्या , अनिद्रा यहाँ तक कुछ लोग अवसाद में जा रहे है। हमें समझाना होगा कि ये वक़्त अभी सही नहीं चल रहा है और न ही हमारा इसपर कोई कण्ट्रोल है पर इसका मतलब ये नहीं है कि हमें हार मान लेनी चाहिए। हमे खुद को संयमित रखना होगा इसमें ही समझदारी है।
सकारत्मक रखे खुद को ---- खुद को सकारत्मक रखना भी बहुत बड़ी चुनौती होती है और हमें इस चुनौती को स्वीकार करना चाहिए। इसके लिए मन में अच्छे अच्छे विचार लाने होंगे जो बाते हम नकारत्मक बनती है उनको दूर करना होगा जैसे हर समय न्यूज़ से अपडेट रहने की ,
ये आदत अच्छी है परन्तु घर में रहने और खुद कुछ न कर पाने में ये आदत नकारत्मक भी बना रही है। इसके लिए खाना खाते समय या सुबह उठते ही न्यूज़ न देखे बल्कि सुबह उठने के बाद थोड़ी देर खुली हवा में टहले ,योग और ध्यान का अभ्यास करे और धीमा धीमा संगीत सुने इससे मन खुश रहेगा। जब मन खुश रहेगा तभी तो हम पॉजिटिव सोच सकते है।
गुड फील लेबल लगा ले ---- कुछ लेबल बनाये जिसमे प्रेरित करने और मन को खुश रखने वाले शब्द या वाक्य लिखे हो जैसे कीप स्माइलिंग , लव , हैप्पी ऑलवेज आदि और कुछ कार्टून और इमोजी का इस्तेमाल भी कर सकते है , इन लेबल को घर में वहाँ वहाँ लगा दे जहाँ पर घर के सदस्यों की नज़र पड़ती हो जैसे शीशे पर , अलमारी पर , लैपटॉप , कंप्यूटर टेबल ,खाना खाने की टेबल या मोबाइल पर।
बचे ऐसी बातों से जिसमे घर के सदस्यों के साथ मतभेद होता है ------ आजकल घर में सभी सदस्य एक साथ रहते है तो मुमकिन है लोगों में मतभेद होना। इसके लिए कोशिस करनी चाहिए कि सामने वाले की बात को ध्यान से सुना जाये यदि आपको कोई बात अच्छी नहीं लगती है तो विरोध करने में मीठे शब्दों का प्रयोग करे या उस समय आप किसी भी बात का ज़बाब न दे इससे मतभेद कम होगा।
गाना और डांस का अभ्यास ----- मूड को अच्छा करने के लिए गाना और डांस का सहारा लेना सबसे अच्छा विकल्प है। यदि गाना गाना न भी आता हो तो कोई बात नहीं चलते म्यूजिक के साथ गुनगुना कर तो देखों मन में आनंद भर जायेगा। नाचना आता हो तो क्या बस म्यूजिक के साथ थिरक ले। म्यूजिक के साथ डांस करने से व्यायाम भी होगा और मन प्रफुलित होगा। रोज इस अभ्यास के साथ आपके जीवन में सकारत्मकता आयेगी।
दूसरों में कमियां न निकले ------ घर में कलह का कारण एक दूसरे में कमियाँ निकलना होता है। हमें ये समझना चाहिए दुनियाँ में कोई ही सौ प्रतिशत नहीं है कुछ न कुछ कमी सब में है और सबका काम करने का तरीका अलग अलग होता है और कभी भी कोई दूसरे के अनुसार काम नहीं करता है। सबके काम करने की कुशलता उसके अनुभव और आवश्यकता के अनुसार होती है।
दूसरों की मदद करे ------ खुद को खुश रखने का सबसे अच्छा उपाय दुसरो की मदद करना है। जब हम मन से किसी दूसरे की मदद करते है तो हमारे मन में संतोष की भावना आती है और हमारे मन से नकारत्मक विचार दूर हो जाते है। इससे हमें अपने जीवन की सरहाना और उसका मूल्य का समझ में आता है।
हँसते मुस्कारते रहो ----- लाइफ में जब कुछ भी अच्छा न हो रहा हो तो सब कुछ भगवान पर छोड़ दो और छोटी बातों पर मुस्कारों। इसके लिए जोक्स सुनों या पढ़ो , कुछ ऐसी लाइफ की घटना को याद करो जिससे आपके चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाये। यदि ये भी न हो तो कभी ऐसे ही जोर जोर से खिलखिला दो। यकीन मानो इससे आपका मूड एकदम बदल जायेगा आप खुद को तरोताजा महसूस करोगे।
कुदरत के नज़रों का मजा ले ----- घर में भी रह कर आप कुदरत के नज़रों का मजा ले सकते हो जैसे सुबह जल्दी उठ कर उगते सूरज को निहारना या शाम के समय डूबते सुरज को निहारना , घर के गमलों में लगे फूलों को देखना और उनकी देखभाल करना , पशु पक्षियों को देखना और उनके खाना -पानी के व्यवस्था करना आदि। मौसम रोज रंग बदल रहा है इन सब के चित्रों को संग्रहित करना और अपने स्टेटस और सोशल मीडिया पर शेयर करने का मजा भी कुछ अलग है। इन आदतों से आपके अंदर सकारत्मक ऊर्जा का संचार होगा
खुद को सुधारे ----- माना ये वक्त मुश्किल भरा है पर इस वक्त ने हमें ये भी इशारा दिया है की हम खुद को भी सुधारे। खुद को सुधारने से मतलब उन सब कामों में निपुणता हासिल करनी है जो हमारे लिए मुश्किल बने हुए थे जैसे यदि आपको ऑफिस में काम करते समय किसी सॉफ्टवेयर में काम करने में मुश्किल होती है तो उस सॉफ्टवेयर में निपुणता हासिल की जा सकती है। ऑनलाइन में ऐसे कई सॉफ्टवेयर और वीडियों है जो आपके काम करने के तरीकों को सुधर सकते है और आपको समय के साथ अपडेट भी करते है जो समय अभाव के कारण पहले मुश्किल था।
खुद पर भरोसा रखे ----- मुश्किल परिस्थितियों में भविष्य का चिंतन न करके आज का केवल केंद्रित करे। खुद पर ये भरोसा करे चाहे परिस्थिति चाहे जो भी हो वो ज्यादा दिन तक नहीं रहती है जैसे रात कितनी भी लम्बी और काली हो सुबह उतनी ही रंगीन और सुहानी होती है। अच्छे दिनों को याद करे। हमने जो भी जितना भी पाया है उसका ईश्वर से धन्यवाद करे इससे आपको आनंद और शक्ति के साथ इस कठिन समय गुजरने की हिम्मत और हौसला मिलेगा जो आपकी राह को आसान बनायेगा।
क्या करे खुद को संयमित करने के लिए ?
सकारत्मक रखे खुद को ---- खुद को सकारत्मक रखना भी बहुत बड़ी चुनौती होती है और हमें इस चुनौती को स्वीकार करना चाहिए। इसके लिए मन में अच्छे अच्छे विचार लाने होंगे जो बाते हम नकारत्मक बनती है उनको दूर करना होगा जैसे हर समय न्यूज़ से अपडेट रहने की ,
ये आदत अच्छी है परन्तु घर में रहने और खुद कुछ न कर पाने में ये आदत नकारत्मक भी बना रही है। इसके लिए खाना खाते समय या सुबह उठते ही न्यूज़ न देखे बल्कि सुबह उठने के बाद थोड़ी देर खुली हवा में टहले ,योग और ध्यान का अभ्यास करे और धीमा धीमा संगीत सुने इससे मन खुश रहेगा। जब मन खुश रहेगा तभी तो हम पॉजिटिव सोच सकते है।
गुड फील लेबल लगा ले ---- कुछ लेबल बनाये जिसमे प्रेरित करने और मन को खुश रखने वाले शब्द या वाक्य लिखे हो जैसे कीप स्माइलिंग , लव , हैप्पी ऑलवेज आदि और कुछ कार्टून और इमोजी का इस्तेमाल भी कर सकते है , इन लेबल को घर में वहाँ वहाँ लगा दे जहाँ पर घर के सदस्यों की नज़र पड़ती हो जैसे शीशे पर , अलमारी पर , लैपटॉप , कंप्यूटर टेबल ,खाना खाने की टेबल या मोबाइल पर।
बचे ऐसी बातों से जिसमे घर के सदस्यों के साथ मतभेद होता है ------ आजकल घर में सभी सदस्य एक साथ रहते है तो मुमकिन है लोगों में मतभेद होना। इसके लिए कोशिस करनी चाहिए कि सामने वाले की बात को ध्यान से सुना जाये यदि आपको कोई बात अच्छी नहीं लगती है तो विरोध करने में मीठे शब्दों का प्रयोग करे या उस समय आप किसी भी बात का ज़बाब न दे इससे मतभेद कम होगा।
गाना और डांस का अभ्यास ----- मूड को अच्छा करने के लिए गाना और डांस का सहारा लेना सबसे अच्छा विकल्प है। यदि गाना गाना न भी आता हो तो कोई बात नहीं चलते म्यूजिक के साथ गुनगुना कर तो देखों मन में आनंद भर जायेगा। नाचना आता हो तो क्या बस म्यूजिक के साथ थिरक ले। म्यूजिक के साथ डांस करने से व्यायाम भी होगा और मन प्रफुलित होगा। रोज इस अभ्यास के साथ आपके जीवन में सकारत्मकता आयेगी।
दूसरों में कमियां न निकले ------ घर में कलह का कारण एक दूसरे में कमियाँ निकलना होता है। हमें ये समझना चाहिए दुनियाँ में कोई ही सौ प्रतिशत नहीं है कुछ न कुछ कमी सब में है और सबका काम करने का तरीका अलग अलग होता है और कभी भी कोई दूसरे के अनुसार काम नहीं करता है। सबके काम करने की कुशलता उसके अनुभव और आवश्यकता के अनुसार होती है।
दूसरों की मदद करे ------ खुद को खुश रखने का सबसे अच्छा उपाय दुसरो की मदद करना है। जब हम मन से किसी दूसरे की मदद करते है तो हमारे मन में संतोष की भावना आती है और हमारे मन से नकारत्मक विचार दूर हो जाते है। इससे हमें अपने जीवन की सरहाना और उसका मूल्य का समझ में आता है।
हँसते मुस्कारते रहो ----- लाइफ में जब कुछ भी अच्छा न हो रहा हो तो सब कुछ भगवान पर छोड़ दो और छोटी बातों पर मुस्कारों। इसके लिए जोक्स सुनों या पढ़ो , कुछ ऐसी लाइफ की घटना को याद करो जिससे आपके चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाये। यदि ये भी न हो तो कभी ऐसे ही जोर जोर से खिलखिला दो। यकीन मानो इससे आपका मूड एकदम बदल जायेगा आप खुद को तरोताजा महसूस करोगे।
कुदरत के नज़रों का मजा ले ----- घर में भी रह कर आप कुदरत के नज़रों का मजा ले सकते हो जैसे सुबह जल्दी उठ कर उगते सूरज को निहारना या शाम के समय डूबते सुरज को निहारना , घर के गमलों में लगे फूलों को देखना और उनकी देखभाल करना , पशु पक्षियों को देखना और उनके खाना -पानी के व्यवस्था करना आदि। मौसम रोज रंग बदल रहा है इन सब के चित्रों को संग्रहित करना और अपने स्टेटस और सोशल मीडिया पर शेयर करने का मजा भी कुछ अलग है। इन आदतों से आपके अंदर सकारत्मक ऊर्जा का संचार होगा
खुद को सुधारे ----- माना ये वक्त मुश्किल भरा है पर इस वक्त ने हमें ये भी इशारा दिया है की हम खुद को भी सुधारे। खुद को सुधारने से मतलब उन सब कामों में निपुणता हासिल करनी है जो हमारे लिए मुश्किल बने हुए थे जैसे यदि आपको ऑफिस में काम करते समय किसी सॉफ्टवेयर में काम करने में मुश्किल होती है तो उस सॉफ्टवेयर में निपुणता हासिल की जा सकती है। ऑनलाइन में ऐसे कई सॉफ्टवेयर और वीडियों है जो आपके काम करने के तरीकों को सुधर सकते है और आपको समय के साथ अपडेट भी करते है जो समय अभाव के कारण पहले मुश्किल था।
खुद पर भरोसा रखे ----- मुश्किल परिस्थितियों में भविष्य का चिंतन न करके आज का केवल केंद्रित करे। खुद पर ये भरोसा करे चाहे परिस्थिति चाहे जो भी हो वो ज्यादा दिन तक नहीं रहती है जैसे रात कितनी भी लम्बी और काली हो सुबह उतनी ही रंगीन और सुहानी होती है। अच्छे दिनों को याद करे। हमने जो भी जितना भी पाया है उसका ईश्वर से धन्यवाद करे इससे आपको आनंद और शक्ति के साथ इस कठिन समय गुजरने की हिम्मत और हौसला मिलेगा जो आपकी राह को आसान बनायेगा।